अनुशासन का संधि विच्छेद है अनु + शासन अर्थात अपने ऊपर शासन करना तथा उस शासन के अनुसार अपने जीवन को चलाना ही अनुशासन है। अनुशासन अपने आप में एक साधना हैl व्यक्तिगत साधना को हम अनुशासन कह सकते हैं मगर सामाजिक साधना अनुशासन कहलाती हैl सामाजिक अनुशासन हमें निरंतर आगे बढ़ने में सहायता प्रदान करता है l इतिहास गवाह है कि अनुशासन में रहकर बड़ी से बड़ी उपलब्धियों को सरलता पूर्वक हासिल किया जा सकता हैl Jim Rohn कहते हैं कि Discipline is the bridge between goals and accomplishment . वास्तव में अनुशासन ही उद्देश्य और उपलब्धियों के बीच का सेतु ही हैl वास्तव में हमारी सफलता का आंकलन हमारे बल, धन अथवा हमारी सामाजिक प्रतिष्ठा से नहीं किया जाता बल्कि अनुशासन और आंतरिक शांति से किया जाता हैl जैसा कि माना जाता है कि बच्चे कि प्रथम शिक्षक उसकी माँ होती है व प्रथम पाठशाला उसका घर होता हैl बच्चा वही सब करना पसंद करता है जो वह घर-परिवार आदि में देखता हैl इसलिए परिवार में अनुशासन का माहौल बनाना अति आवश्यक है जो भावी पीढ़ी के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध होगाl कई बार महान लोगों के द्वारा अ...