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Showing posts from November, 2015

अनुशासन और दण्ड

अनुशासन का संधि विच्छेद है   अनु + शासन   अर्थात अपने ऊपर शासन करना तथा उस शासन के अनुसार अपने जीवन को चलाना ही अनुशासन है। अनुशासन अपने आप में एक साधना हैl व्यक्तिगत साधना को हम अनुशासन कह सकते हैं मगर सामाजिक साधना अनुशासन कहलाती हैl सामाजिक अनुशासन हमें निरंतर आगे बढ़ने में सहायता प्रदान करता है l इतिहास गवाह है कि अनुशासन में रहकर बड़ी से बड़ी उपलब्धियों को सरलता पूर्वक हासिल किया जा सकता हैl Jim Rohn कहते हैं कि Discipline is the bridge between goals and accomplishment . वास्तव में अनुशासन ही उद्देश्य और उपलब्धियों के बीच का सेतु ही हैl  वास्तव में हमारी सफलता का आंकलन हमारे बल, धन अथवा हमारी सामाजिक प्रतिष्ठा से नहीं किया जाता बल्कि अनुशासन और आंतरिक शांति से किया जाता हैl  जैसा कि माना जाता है कि बच्चे कि प्रथम शिक्षक उसकी माँ होती है व प्रथम पाठशाला उसका घर होता हैl बच्चा वही सब करना पसंद करता है जो वह घर-परिवार आदि में देखता हैl इसलिए परिवार में अनुशासन का माहौल बनाना अति आवश्यक है जो भावी पीढ़ी के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध होगाl कई बार महान लोगों के द्वारा अ...

अनुशासन में दण्ड की औचित्यता

अनुशासन क्या है ? अनुशास्यते नैन। अर्थात स्वयं का स्वयं पर शासन।  अपने ऊपर स्वयं शासन करना तथा शासन के अनुसार अपने जीवन को चलाना ही अनुशासन है।   अनुशासन राष्ट्रीय जीवन के लिए बे हद जरूरी है। यदि प्रशासन , स्कूल , समाज , परिवार सभी जगह सब लोग अनुशासन में रहेंगे और अपने कर्त्तव्य का पालन करेंगे , अपनी ज़िम्मेदारी समझेंगे तो कहीं किसी प्रकार की गड़बड़ी या अशांति नहीं होगी। नियम तोड़ने से ही अनुशासनहीनता बढ़ती है तथा समाज में अव्यवस्था पैदा होती है। अनुशासन कुछ ऐसा है जो सभी को अच्छे से नियंत्रित किये रखता है। ये व्यक्ति को आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करता है और सफल बनाता है। हम में से हर एक ने अपने जीवन में समझदारी और जरुरत के अनुसार अनुशासन का अलग - अलग अनुभव किया है। जीवन में सही रास्ते पर चलने के लिये हर एक व्यक्ति में अनुशासन की बहुत जरुरत पड़ती है। अनुशासन के बिना जी वन बिल्कुल निष्क्रिय और निर्थक हो जाता है क्योंकि कुछ भी योजना अनुसार नहीं होता है। अगर हमें किसी भी प्रोजेक्ट को पूरा करने के बारे में अपनी योजना को लागू करना है तो सबसे पहले हमें अनुशासन में होना पड़ेगा। ...