" गधे! तुम आ रहे हो या नहीं?" “नहीं।" " Ok . ठीक 8:30 बजे मेरे घर पहुँच जाना।" दिलजोत कौर , मेरे सबसे अच्छे दोस्तों में से एक दोस्त, ने मुझे आदेश दे दिया था। जब भी उसे अपनी कोई बात मनवानी होती ...
आज 15 जनवरी, 2018 है। मैं रोज़ की तरह ही बस स्टैण्ड पर खड़े होकर उसका इन्तज़ार कर रहा था। वो जैसे मेरी रोज़ की जिन्दगी का हिस्सा बन चुकी थी। मैं अन्धेरी के उस छोटे से बस स्टॉप पर उसका इन्...